Friday, November 29, 2019

कुमार विश्वास जी की बेहतरीन कवितायें

हादसों की ज़द में है तो क्या मुस्कराना छोड़ दे। 
जलजलों के खौफ से क्या घर बनाना छोड़ दे। 
kumar vishwas के लिए इमेज नतीजे"

मुझे वो मार कर खुश है की सारा राज उस पर है। 
यक़ीनन कल है मेरा आज  बेशक आज उस पर है। 
उसे ज़िद थी झुकाओ सर तभी दाश्तार बख्शूँगा। 
मई अपना सर बचा लाया , महल और ताज उस पर है।  


न पाने की खुसी है कुछ न खोने का ही कुछ ग़म है। 
ये दौलत और शोहरत सिर्फ कुछ जख्मो का मरहम है। 
अज़ाब सी कशमकश  है रोज़ ज़ीने रोज़ मरने में। 
मुकम्मल ज़िंदगी तो है मगर पूरी से कुछ कम है। 


तुम्ही पे मरता है ये दिल अदावत क्यों नहीं करता। 
कई जन्मो से बंदी है बगावत क्यों  नहीं करता। 
कभी तुमसे थी जो वो भी शिकायत है ज़माने से।  
मेरी तारीफ करता है मुहब्बत क्यों नहीं करता। 


कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है। 
मगर धरती की बेचैनी को बस बदल समझता है। 
तू मुझसे दूर कैसी है मैं  तुझसे दूर कैसा हूँ। 
ये मेरा दिल समझता है या तेरा दिल समझता है। 


राम ने केवल रावण से बात की, राक्षसों से नहीं, वहीं हमारी सरकार रावण से नहीं स्लीपर सेल से करती हैं बातचीत : कुमार विश्वास



हज़ारो रात का जगा हूँ सोना चाहता हूँ अब 
तुझे मिलके ये पलके भिगोना  चाहता हूँ अब 
बहुत ढूँढा है तुझको खुद में इतना थक गया हूँ मैं। 
की खुद को  सौपकर तुझको खोना चाहता हूँ मैं। 



मैं भाव सूची उन भावों की जो बिके  सदा ही बिन तौले। 
तन्हाई हूँ उस खत की जो पढ़ा गया है बिन खोले। 
हर आंसू को हर पथ्थर तक पहुंचाने  की लाचार  हूक। 
मैं सहज अर्थ उन शब्दों का जो सुने गए हैं बिन बोले। 
जो कभी नहीं बरसा खुल कर हर उस बदल का पानी हूँ 
लव कुश की पीर बिना गाई  सीता की राम कहानी हूँ। 


जिनके सपनो के ताजमहल बनने से पहले टूट गए। 
जिन हाथों में दो हाथ कभी आने से पहले छूट गए। 
धरती पर जिनके खोने और पाने की अज़ाब कहानी है। 
किस्मत की देवी मान गयी पर प्रणय देवता रूठ गए। 
मैं मैली चादर वाले उस कबीरा की अमृत बानी हूँ 
लव कुश की पीर बिना गाई  सीता की राम कहानी हूँ। 


कुछ कहते है  मैं सीखा हूँ अपने ज़ख्मो को खुद सीकर। 
कुछ जान गए मैं हँसता हूँ भीतर भीतर आंसू पीकर। 
कुछ कहते हैं मैं हूँ विरोध से उपजी एक खुद्दार विजय 
कुछ कहते है मैं रचता हूँ खुद में मरकर खुद में जीकर। 
लेकिन मैं हर चतुराई की सोची समझी नादानी हूँ 
लव कुश की पीर बिना गाई सीता की राम कहानी हूँ। 

kumar vishwas के लिए इमेज नतीजे"




प्यार जब जिस्म की चीखों में दफ़न हो जाए। 
ओढ़नी इस तरह उलझे की कफ़न हो जाए। 
घर के अहसास जो बाज़ार की शर्तों में ढलें। 
अज़नबी लोग जो हमराह बनके साथ चलें। 
लवों से आसमा तक सबकी दुआ चुक  जाए। 
भीड़ का शोर जो कानो के पास रुक जाए 
सितम की मारी हुई वक़्त की इन आँखों में 
नमी हो लाख मगर फिर मुस्कुरायेंगे 
अँधेरे वक़्त में भी गीत गाये जायेंगे। 



लोग कहते रहें इस रात की सुबह ही नहीं। 
कहदे सूरज के रौशनी का तज़ुर्बा ही नहीं। 
वो लड़ाई को भले आर पार ले जाएँ 
लोहा ले जाएँ वो लोहे की धार ले जाएँ। 
जिसकी चौखट से  तराजू  तक  उन पर गिरवी 
उस अदालत में हमें बार बार ले जाएँ 
हम अगर गुनगुना भी देंगे तो बो सब के सब 
हमको कागज़ पे हराके भी हार जाएंगे। 
अँधेरे वक़्त में गीत गाये जाएंगे। 



Friday, November 15, 2019

बुन्देलखण्डी धमाकेदार शायरी संग्रह bundelkhandi dhamakedar shayri

1- अब कैसे कयें कै अपनों बना लो हमें।
                                                       अपनी बाहों की कुठरिया में समां लो  हमें।
   एक पल तुमाए बिना कटवो मुश्किल है।
                                                         अब तो अपनी आखन को चश्मा बना लो हमें।😍😍😍😍😍 .


2 - कोऊ को हाथ थाम  कै छोडियो न।
                                                    वादा कोऊ सै करके तोड़ियो ना।
     अगर कोनउ तोड़ दै दिल आपको तो।
                                                          बिना हाथ पांव टोरे छोड़ियो ना।😋😋😋😋😋😋😋😋


3 - लैला के व्याव में एक लफड़ा हो गओ।
                                                          मजनू इतनो नचो कै लंगड़ा हो गओ।
     न तै छत्त पै आती न मै दिवानो होतो।
                                                         न तै पथरा मारती न मैं कनवा होतो। 😝😝😝😝😝😝😝


4 - जी खों हम चुनत है बेई हमें धुनत है।
                                                         चांय वा लुगाई होय चांय नेता दोई किते सुनत है।
    भज्जा हरौ हमाये मरवे के बाद असुवा न बहाइयों।
                                                                जादा याद आय तौ ऊपर ही चले आइयो। 😝😝😝😝😝😝


5 - मोरे प्यार खों बेवफ़ाई कौ नाव दै गई।
                                              मोरे दिल में अपनी यादो कौ पैगाम दै गई।
मैंने कई मोरे दिल में दर्द है तोरे बिना।
                                                वा पगली जात जात झंडू बाम की डिब्बी दै गई। 😋😋😋😋😋😋😋


6 - हम और हमाई तन्हाई।
     कभउँ कभउँ ऐसी बात करत है। .........

    तुम होतीं तौ ऐसौ होतो। .........
     तुम होती तौ वैसो होतो। .........
   अगर तुम न होतो तौ। .......
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;अपने पास भी पइसा होतो 😜😜😜😜😜😜😜



7 - तुमे का पतौ गम का होत है ,
     तुमे का पतो गम का होत है ,
     तुमे का पतो गम कौन खेत की मूली है ;

     काये सैं ,........

     तुमने जीवन भर थूक सै चिपकाओ 😛😛😛😛😛😛😛



8 - कभउँ मुर्गा बना देत तौ कभउँ बतख बना देत ,

     कभउं घुरवा बना देत तौ कभउँ गदा बना देत ,


     पतौ नइयां जौ मास्टर कौन बात कौ बदलौ लेत 😂😂😂😂😂😂




नोट - भज्जा हरौ अगर आप लोगन खों जा पोस्ट अच्छी लगी तो शेयर करवो न भूलियो
           
            🙏🙏  जय बुंदेलखंड जय हिन्द जय भारत 🙏🙏

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Tuesday, November 5, 2019

ग्राम इटायल तहसील मऊरानीपुर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

इटायल गांव तहसील मऊरानीपुर जिला झाँसी उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आता है। यहाँ का पोस्ट ऑफिस इटायल में ही है एवं हैड पोस्ट ऑफिस मऊरानीपुर में है जिसका पिन कोड २८४२०४ है।  इसको गूगल मानचित्र पर देखा जा सकता है
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यहाँ से मऊरानीपुर २३ किमी की दूरी पर है व जिला झाँसी ८७ किमी की दूरी पर स्थित है यहाँ आने जाने के लिए यातायात के साधन उपलब्ध है

शिक्षा क्षेत्र 

इस गांव में चार प्राथमिक विद्यालय है व एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय है इसके आलावा  गांव में आगे की शिक्षा प्राप्त करने के लिए कोई कॉलेज नहीं है छात्रों को आगे की पढाई करने के लिए दुसरे शहरो में जाना पड़ता है।  

चिकित्सा क्षेत्र 

यहाँ चिकित्सा क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा हालत ख़राब है गांव बालो के लिए इलाज कराने को कोई भी मूलभूत सुविधाएं नहीं है लोगो को प्राइवेट डॉक्टरों का सहारा लेना पड़ता है गांव के लगभग २५ किमी तक कोई अच्छा अस्पताल नहीं है।  

कृषि क्षेत्र 

गाँवो में मुख्य साधन खेती का होता है।  गांव में लगभग 80 प्रतिशत लोग खेती किसानी पर निर्भर है।  किसानी से ही सभी तरह के खर्चो का निर्वहन किया जाता।  यहाँ पर सिचाई के साधनो का आभाव देखने को मिलता है।  साधन न होने से कृषि क्षेत्र की दशा ठीक नहीं है।  

मुख्य स्थान 

यहाँ के लोग बताते है की ये गांव काफी पुराना है।  बड़ी माता मंदिर , बेर वाले हनुमान जी मंदिर , श्री रामजानकी मंदिर , महावीर हनुमान मंदिर , प्राचीन बताये जाते है।  यहाँ बहुत ही पुराने दरवाजे देखने को मिलते है इसीसे इस गांव को प्राचीन होने का प्रमाण मिलता है।  

विद्युत व्यवस्था 

यह बिजली व्यवस्था की हालत अच्छी नहीं है लोगो को ठीक ढंग से बिजली नहीं मिल पाती है और न ही किसानो के खेतो पर बिजली है  सरकार   के प्रयासों के वावजूद भी यहाँ पर बिजली बड़ी मुश्किल से मिल पाती है।  

जनसँख्या 

यहाँ पर लगभग 7000 की आबादी निवास करती है।  इतनी आबादी पर एक ग्राम प्रधान निर्वाचित किया जाता है।  व १५ सदस्य मनोनीत किये जाते।  



bundeli chutkule बुदेली चुटकुले

 (1) मास्साब - लरका हरो जो बताव अगर हम शाक सब्जी खात है तौ हम शाकाहारी भये कै मांसाहारी ?       छात्र - मास्साब😉😉😉😉 मांसाहारी भये।      ...